जैसलमेर की राजकुमारी उमादे भटियाणी के अप्रतीम सौन्दर्य और विलक्षण बौद्धिक चातुर्य की प्रसिद्धि वायु में फैली सुगन्ध की भाँती चारों दिशाओं में फैलती जा रही थी | राज्य की सीमाओं को लाँघ कर उनकी ख्याति मारवाड़ रियासत तक पहुँचते देर नहीं लगी | जिस समय यह समाचार मारवाड़ के महाराजा राव मालदेव के कानों तक पहुंचा उसी समय उन्होंने मन ही मन तय कर लिया कि उमादे को शीघ्रातिशीघ्र मारवाड़ की महारानी बनाएँगे | अविलम्ब एक विश्वासपात्र दूत जैसलमेर के लिए भेज दिया गया | दूत ने अगले ही दिन समाचार पहुँचाया कि विशाल राज्य मारवाड़ के महाराजा राव