थैंक्स मम्मी-डैडी

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छेड़छाड़ के बाद खुदकशी – दैनिक अखबार के मुख्य पृष्ठ पर प्राथमिकता से छपे शीर्षक को पढ़कर मिनी बेचैन हो उठी. जब भी वह ऐसे समाचार सुनती या पढ़ती है बेचैन हो जाती है. आज वह अपने माता-पिता से दूर एक महानगर में पूरे आत्मविश्वास के साथ रह रही है. वह एक कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजिनियर है. वह अकेली, पिछले चार साल से इस शहर में है. ऐसा नहीं है कि इस पुरुषवादी समाज ने उसके आत्मविश्वास को ठेस पहुंचाने की कोशिश न की हो. किन्तु उसने अपना आत्मविश्वास गिरने नहीं दिया. हर बार वह ऐसी तथाकथित दुर्घटनाओं से सबक लेकर