डकैतों की तलाश में निकले एक दल ने दो ऐसे मुखबिर साथ ले लिए जो पहले इसी डाकू की पकड़ ने रहे और उन्हें डाकू के सारे ठौर ठिकाने मालूम थे। डकैतों और पुलिस वालों का व्यवहार और सतर्कता लगभग एक जैसी थी।