किस्मत भी बड़ी अजीब चीज होती है। जिसकी चमक जाए उसे खजूर के पेड़ पर चढ़ा देती है। और जिसकी ना चमके उस कीचड़ में ला देती है। उसमें फंसा देती है। अर्थात् जिसकी किस्मत अच्छी होती है वह सफलता रूपी खजूर पर ही होता है। उसे कभी नाखुश नहीं होना पड़ता। लेकिन जिसकी किस्मत खराब होती है उसका जीवन बर्बाद सा हो जाता है। वह अपने जीवन में उलझ सा जाता है। फंस जाता है, वह ये विचार नहीं कर पाता कि वह की करे , क्या ना करे।