गुमशुदा की तलाश (29)रंजन को ऐसा कोई उपाय नहीं सूझ रहा था जिससे वह बिना उस शख्स के सामने आए आंचल की मदद कर सके। वह जान रहा था कि किसी भी क्षण वह शख्स आंचल को लेकर वहाँ से चला जाएगा। कुछ ना सूझने पर उसने ईश्वर से प्रार्थना की। वह शख्स आंचल को लेकर लिफ्ट की तरफ बढ़ रहा था। रंजन को लगा कि अब वह कुछ नहीं कर पाएगा। तभी उसने देखा कि एक आदमी ने उस शख्स