गुमशुदा की तलाश (28)रंजन का पेट तो नहीं भरा पर पेट में कुछ पड़ने से वह बेहतर महसूस कर रहा था। उसने वैद्य जी से घर के भीतर से पीने के लिए थोड़ा पानी मंगा देने को कहा। वैद्य जी का पोता उनके पास ही खड़ा था। उन्होंने उसे भीतर पानी लाने के लिए भेज दिया। वैद्य जी ने बातचीत आगे बढ़ाने की मंशा से कहा।"भइया शहरी बाबू हो....यहाँ इस पिछड़े गांव में क्या करने आए हो ?"रंजन को लगा कि