पावनी किचन के काम में व्यस्त थी,आखिर संक्रांति की तैयारियां भी करनी थी। तब घर की घंटी बज उठी। पावनी ने अपना काम छोड़ कर दरवाजा खोला। सामने ४० साल की एक औरत खड़ी थी। उस औरत ने अपना परिचय देते हुए कहा, मेरा नाम रेवती है, मैं एक टीचर हूँ। हाँ बताइए मुझसे कोई काम था? क्या मैं अंदर आ सकती हूँ? बैठ कर बात करेंगे। अच्छा, आइए बैठ कर बात करते हैं. पावनी ने रेवती को अंदर बुलाया।