धनिया फुट पाथ पर पडी धनिया भंयकर प्रसव पीडा से तडप रही थी, बेचारा सुखिया इस शहर मे किसी को जानता भी नही जो उसकी सहायता के लिये आता। कुछ दिन पहले ही सुखिया अपनी धर्मपत्नी धनिया को लेकर शहर आया था। पूरा गांव बाढ की चपेट मे आ गया था, घर द्वार सब बाढ मे बह गये किसी तरह सेना के जवानो ने बाढग्रस्त गांवों से लोगों को सुरक्षित निकाला। जान तो किसी तरह बच गयी अब रोजी रोटी की चिंता सताने लगी, सरकारी सहायता भी कुछ दिन मिली अब तो खुद ही सोचना था और यही