खुशियों की आहट - 4

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'खाना लगा दूँ मोहित?' मोहित अपना होमवर्क करने में व्यस्त था, जब उसे शांतिबाई की आवाज़ सुनाई दी. 'हाँ, लगा दो.' मोहित ने कहा और फिर अपनी स्कूल कॉपी में लिखने लगा. 'आज छुट्टी के दिन भी अकेले ही खाना खाना पड़ेगा.' यही बात मोहित के मन में बार-बार आ रही थी. वैसे अकेले खाना खाना उसके लिए कोई नई बात नहीं थी. ऐसा तो उसके साथ अक्सर होता रहता था.