अनुराग ममता से नजरें मिलाने का साहस नही जुटा पा रहे थे लेकिन मजबूरी थी। ममता अपनी चुप्पी खत्म नही कर रही थी। धीरे धीरे गर्दन उठाकर अनुराग ने ममता की तरफ देखा। ममता निर्विकार भाव से अनुराग को ही देख रही थी। ममता के चेहरे पर कोई भाव न देख कर अनुराग को थोड़ा आश्चर्य हुआ। उनसे रहा नहीं गया और पूछ बैठे- मुंन्नी, ऐसे क्या चुपचाप मुझे घूरे जा रही हो? कुछ कहोगी नही?