महाभारत के कुछ प्रसंग जिनके निहितार्थ बड़े काम के हैं :- 1. सामना जब अपने प्रतिद्वंदी से हो तब आपकी तैयारी कितनी है यह ध्यान रखना बेहद महत्वपूर्ण है । जब युधिष्ठिर और दुर्योधन में द्यूत क्रीड़ा अर्थात पासे का खेल खेला गया तब दुर्योधन ने अपनी ओर से उसके माहिर खलाड़ी मामा शकुनि को लगा दिया । पांडवो को लगा कि इस खेल में हम ही काफी हैं सो उन्होंने यहीं चूक कर दी ,उन्होंने अपने चतुर सखा कृष्ण को भुला दिया और ये उनकी हार की एक बड़ी वजह बनी । माहिर खलाड़ी से माहिर खिलाड़ी को भिड़ा