लव आजकल - 3

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अध्याय 3 इतने करीब से स्पर्श करने की वजह से उसकी खुशबु मेरे दिलो दिमाग पर छा गयी थी। और में खुद के ही निचले होंठ को चूसता हुआ जैसे तैसे झूमता हुआ बाइक तक पहुँचा। समझ नहीं आ रहा था में खुद के होंठ को बार बार क्यों चूस रहा था।।खेर ये मेरी ज़िन्दगी का पहला किस्स था।जिसने मेरे दिल में प्यार की घंटी बजा दी थी। में मदहोश बाइक को ८० की स्पीड पर लहराता हुआ घर ले गया। अब हमारी चैटिंग में प्यार का तड़का लग चुका था ।स्कूल खुल गए थे। और अब वो स्कूल पर रोज़