जंग ए जिंदगी 9 वीर चंद्र और परम चंद्र डाकू रानी के अड्डे के सामने उल्टे बेहोश पड़े हैं डाकू रानी के अड्डे से जगजीतजी बाहर आये उसके साथ कुछ सैनिक भी है उसने देखा कि सामने 2 लोग है उसने अपने सैनिकों को सावधान किया और कहा जाओ देखो वह कौन है जिंदा है या मुर्दा फिर 2 सैनिक ने और दोनों को पलट कर देखा सैनिक बोला जगजीत सिंह जी यह तो मूर्छित अवस्था में है जगजीत सिंह दोनों को पहचान गया उसने अपने सैनिकों को सावधान किया और दूसरे सैनिकों को भी भेजा और कहा दोनों को