अभी औफिस से छूटने का टाईम नहीं हुआ था तो रास्ते में ट्राफिक ज्यादा नहीं था। छः बजे तक हम कोलेज पहुंच गए। वहां पार्किंग में ही रीधीमा और काव्या मिल गई। दोनों ही खुबसूरत लग रही थी। उन्होंने भी हमें compliments दिए। फिर सभी ओडीटोरीयम की ओर चल दिए। काफी सारे लोग आ चुके थे पर निशा अभी तक नहीं आई थी। कोलेज के सभी प्रोफेसर्स आ चुके थे। हम सब एक जगह ग्रुप बनाकर बैठ गए। फ्रेशर्स पार्टी में हमारे सभी सिनीयर्स आने वाले थे। कुछेक क्षण के बाद निशा और उनके भाई का ग्रुप भी आ गया।