काँटों से खींच कर ये आँचल - 6

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अब अपने आगे के नौ महीने के अज्ञातवास की भी हमें पूरी तयारी करनी थी. एक भी चूक दीक्षा की गृहस्थी के लिए घातक होती. उसी रात को दीक्षा ने रविश को बताया कि वह मेरे साथ जल्द ही सिडनी, ऑस्ट्रेलिया जाने वाली है. वह पहले भी अपने पापा के साथ घूमने जा चुकी थी. संयोग से उसका पासपोर्ट उसके साथ ही था. उसने उसे बताया कि वह वीसा के सिलसिले में दिल्ली जा रही है.