अच्छाईयां – १९

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भाग – १९ गुलाबो के घर से निकलते ही सूरज अनवर का चहेरा देख चूका था ‘तो ये है अनवर....! और गुलाबो मुझे इनसे दूर रहने के लिए चेतावनी दे रही थी ’ सूरज की आँखे गुस्से से लाल हो गई और अपनी उंगलिया मुठ्ठीमें दबा के बंध कर ली उस दिन जब वो जेल से निकला था तभी कुछ गुंडोंने मिलकर उनके चहेरे पर काले कपडे से नकाब लगा दिया था और अगवाह करके कही दूर ले गए थे मगर तभी किसीने अनवर का नाम लिया था वो सूरज कैसे भूल शकता है ? उस दिन