आज ऑफिस से लौटते वक्त मुझे काफी देर हो गई थी, गाड़ी खराब होने की वजह से आज शेखर से लिफ्ट लेनी पड़ी l "अच्छा यार अब तुझे यहीं उतरना पड़ेगा, टाइम ज्यादा हो गया है और रीना का बार बार फोन आ रहा है, और वैसे भी यार मौसम मस्त है बारिश होगी आज शायद, टहलते हुए तुम चले जाओ" शेखर ये कहकर चला गया l रात के 10:00 बज गए थे, मेरे मन में आया कि चलो दूसरे रास्ते से चलते हैं टाइम ज्यादा हो गया है लेकिन फिर दिमाग ने कहा यार क्या प्रॉब्लम है रोज तो