"मै भला क्यों छुपूंगी...वो भी तुम्हारे भाई से" मायरा ने झूठ बोला!!"आपी... अब आप मुझसे तो झूठ मत बोलो.. बहुत दिन से मैं नोट कर रहा हूं जब भाई घर में होते हैं तो आप अपने कमरे से बाहर नहीं निकलती" "हां छूप रही हूं मैं तुम्हारे भाई से.... मैं तुम्हारे भाई के सामने नहीं आना चाहती क्योंकि उसने मेरे बारे में" मायरा बोलते बोलते रुक गई उसकी आंखों में आंसू आ गए थे "अगर ज़ईम को मुझसे शादी नहीं करनी थी तो वो सही तरह से मना कर सकता था... मुझ में वो बुराईयां क्यों निकाली जो मुझ में थी