हर अतीत एक वो डायरी का पुराना पन्ना है जिस को हर दिल अजीज यदा कदा पलटता है और उदास हो जाता है.कई बार उस से कुछ लफ्ज़ छिटक कर यूँ बिखर जाते हैं...कोई नाम उन में चमक जाता है, पर कोई विशेष नाम नहीं, क्यों कि मोहबत का कोई एक नाम नहीं होता, उसके कई नाम होते हैं....