ज़हीर जब थर्ड एयर में दाख़िल हुआ तो उस ने महसूस किया कि उसे इश्क़ हो गया है...... और इश्क़ भी बहुत अशद क़िस्म का। जिस में अक्सर इंसान अपनी जान से भी हाथ धो बैठता है।