मजदूर बाजार

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भीड़ में हलचल मच गई। सोनेलाल जब भी आता है, सब उसे जिज्ञासा से देखने लगते हैं। मंजरी चहक गई। सुरती ने चुटकी लेते हुए कहा, “देख तेरा यार आ गया” मंजरी ने झिडकते हुए कहा- हट ! तुझे हमेशा शैतानी ही सूझती है। लेकिन मंजरी खुश है। महानगर के इस चौराहे पर हजारों हजार की संख्या में मजदूरी के लिए लोग खड़े रहते हैं। इनमें मर्द भी होते हैं और औरते भी। मर्द को कुली और औरतों को रेजा बोलते हैं। मजदूरों की इस मंडी में सुबह