पार्टी में समीर को देखकर आशा को लगा मानों उसका अतित उसके सामने आ गया है ।आशा मुम्बई के एक मल्टी स्टोरी बिल्डिंग में अपने पति अवनीश और दो बेटियाँ , मुस्कान और प्रीती के साथ रह रही थी । खुशहाल परिवार था उनका ।कोई नहीं जनता था , आशा के अतित के बारें में । समीर को आज चालीस वर्ष बाद देखकर एक पल तो उसकी आँखों को यकीन नहीं हो रहा था । चहरा भी थोड़ा बदल गया था । बालों में सफेदी भी आ गयी थी । एक पल तो लगा मानो कोई ख़्वाब देख रही थी