मेरी जनहित याचिका - 6

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मैंने शंपा जी के घर के पास ही मकान लेना तय किया था। इस लिए ब्रोकर को वही जगह बताई। तीसरे दिन उस एरिया में उसने कई मकान दिखाए। उन्हीं में से एक मैंने ले लिया। वह कुल मिला कर छोटा सा एक अपॉर्टमेंट था। आने-जाने के टाइम को लेकर वहां कोई बंदिश नहीं थी। लैंडलॉर्ड कहीं बाहर रहता था। और मैंने वन बी. एच. के, फ्लैट लिया था। फ्लैट में ताला लगा कर जब घर पहुंचा तो मंडली को मैंने बताया। पूरा झूठ बताया कि मेरे फादर एक दो महीने के लिए आ रहे हैं। इस लिए मैं शिफ़्ट हो रहा हूं। यहां एक और व्यक्ति के लिए स्पेस नहीं है, इस लिए जा रहा हूं। अचानक ही यह जान कर मंडली बोली।