छूटी गलियाँ - 8

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उस दिन सुबह आठ बजे नेहा का फोन आया वह बड़ी घबराई हुई थी। राहुल को बहुत तेज़ बुखार है वह अधबेहोशी की हालत में बार बार पापा पापा कह रहा है, मैं उसे हॉस्पिटल ले कर आई हूँ क्या करूँ कुछ समझ में नहीं आ रहा है। आप चिंता मत करिये कौन से हॉस्पिटल में है मैं अभी आता हूँ। मैंने फ़ौरन गाड़ी निकाली और हॉस्पिटल पहुँचा, नेहा बदहवास सी खड़ी थी।