मन क्या है? मन क्या है? इस विषय में हम इतना ही समझ पाते है कि यह केवल दुख, दर्द, संताप के सिवा कुछ नहीं। इसका प्रमुख कारण है- इसकी चंचल वृत्ति। इसी कारण चित्त अस्थिर होता है और प्रमाद बढ़ता है, इन्हीं कारणों से मनुष्य इतना व्यथित होता है कि वह बुरे कार्यों की ओर अग्रसर हो जाता है परन्तु वास्तव में वह विनाश के