तबस्सुम रहमान - सब एडिटर

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तबस्सुम रहमान - सब एडिटर " विजय साहब , मुझे मेरा हक़ चाहिए । " " तबस्सुम मेम , जिसकी तुम्हें तमन्ना थी , वो सब कुछ तो तुम्हें दे दिया गया था ।इतने सालों बाद , अब बाकी क्या रह गया ?" " जो मुझे मिला था , वो तो मेरा ही था । मैं अच्छा लिखती थी , हर मुश्