भरोसा एक दिन की बात है, एक लड़का अपने हाथ में कुछ पुराने फोटो, पत्र और एक मुरजा हुआ फुल हाथ में ले कर, एक झपकी में सुकून वाली नींद लेने की कोशिश कर रहा था। उस की वो बेवजह की हलचल और झपक झपक कर अपने दिल को सुलाना मानो कुछ ददँ ने उसे जकड लिया हो। बार बार एक ही तस्वीर देखना और एक पत्र देकर रोते रेहना, बार उसे पढना उस में कुछ एस तरह लिखा था। ●शुक्रगुजार हूँ तुम्हारी की तुम एक चाँद की तरह आएं , और मेरे दिल को रौशन किया।