मै शहर के खराब वातावरण से काफी त्रस्त था। जिस के कारण मैने अपना निवास स्थान शहर से दूर बनाया था। वहां की हवा बहुत साफ़ थी। वहां की हवा वहां का जल सबकुछ बहोत अच्छा था।उस स्थान की प्रदूषण मात्रा काफी कम थी। वहां का वातावरण मेरे लिए वातानुकूल था। वहां की हवा जब भीतर जातीं तो ऐसा लगता मानो आप स्वर्ग मे है। आजकल के शहरों मे प्रदूषण की बढ़ती मात्रा ये काफी चिंता का विषय है। जिस तरह शहरों से वृक्ष काटने मे वृद्धि हो रही हैं। ऐसे मे वह दिन दूर नहीं जब लोग शहर छोड़