इस बार वो गाड़ी पर बैठा तो चेहरे पर चिंता का कोई लक्षण नहीं था अलबत्ता जेब में पैसे होने का एक महानगरीय आत्मविश्वास से वो लबरेज था। पैंट, शर्ट, चश्मा, रुमाल, हाथ में पॉकेट रेडियो, खिली रंगत उसके चेहरे पर आत्मविश्वास ला रही थी। रॉयबरेली स्टेशन पर जब वो उतरा तो उसने दाढ़ी बनवाई, मसाज कराया हालांकि उसके चेहरे पर कुछ खास दाढ़ी नहीं थी। उसने मिठाई खरीदी और फिर रिक्सा बुक कराके गांव पहुंचा।