“मेरे अल्लाह!........ आप तो पसीने में शराबोर हो रहे हैं।”
“नहीं। कोई इतना ज़्यादा तो पसीना नहीं आया।”
“ठहरिए में तौलिया ले कर आऊं।”
“तौलिए तो सारे धोबी के हाँ गए हुए हैं।”
“तो मैं अपने दोपट्टे ही से आप का पसीना पोंछ देती हूँ।”
“तुम्हारा दुपट्टा रेशमीं है। पसीना जज़्ब नहीं कर सकेगा।”