रंगमहल की खिड़कियां और मैली हवाएं

(16)
  • 7.3k
  • 2
  • 2.6k

जब हम सुबह-सुबह अख़बार के किसी कौने में दुष्कर्म की खबर पढ़ते हैं तब हमारी कुंद पड़ चुकी संवेदना इसे आसानी से सह जाने का हौसला दे देती है। हम सरसरी तौर पर केवल ये जान लेते हैं कि घटना कहाँ की है,बलात्कार करने वाला कौन था और पीड़िता की आयु क्या थी ?