एक बड़े से शहर के पास थोड़ी दूर पर एक गांव बसता था उस गांव का नाम सुंदरनगर था उस गांव में लगभग दो हजार से ज्यादा आबादी वाले लोग रहते थे और वह बहुत ही अच्छा गांव था उस गांव में एक गली में आमने सामने दो मकान थे एक मकान रमेश का था और दूसरी तरफ घनश्याम का था घनश्याम और रमेश दोनों बहुत ही मेहनती आदमी थे और वह आपस में एक दूसरे से थोड़ी गड़ा करते थे गड़ा धन श्याम करता था रमेश के परिवार को 8 सदस्य रहते थे रमेश के सभी सदस्य रोज अपने