हिम स्पर्श - 11

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छत के कोने से वफ़ाई ने देखा कि एक युवक धरती की तरफ झुक कर कुछ कर रहा था। धरती पर गिरे हुए रंग इधर उधर बिखरे हुए थे। भूमि पर पानी भी फैला हुआ था। वह युवक उस सब को समेटने का प्रयास कर रहा था। वफ़ाई वहाँ की प्रत्येक वस्तु को देखने लगी। एक चित्राधार, जो कि रंगो के समीप ही गिरा था, उस पर एक बड़ा सा केनवास जिसमें बादल और गगन का ताजा रचा चित्र था। वफ़ाई चित्र को ध्यान से देखने लगी। उसमें गगन था, बादल था। बादल का आकार साड़ी में सजी सुंदर यौवना