स्वाभिमान - लघुकथा - 13

  • 3.5k
  • 3
  • 833

काॅफी हाउस में बैठी नव्या कॉफी का ऑर्डर कर किसी के आने का इंतजार कर रही थी। परेशान थी रह रह कर घर की समस्याएं ही जेहन में दस्तक दे रही थी। गिरवी पडा घर ..... बीमार पिता का अच्छे अस्पताल में इलाज ..... छोटे भाई का कॉलेज में एडमिशन ...और बहन के लिए दहेज की व्यवस्था ...। और भी कितनी ही जरूरतें , और अकेली वह कमाने वाली। और आज अचानक बाॅस का ये प्रस्ताव…