बहू, जुम्मे जुम्मे आठ दिन भी नहीं हुए शादी को और तुमने अपने रंग दिखाने शुरू कर दिये ।
माँ जी, यह आप क्या कह रहीं हैं? मैं कुछ समझी नहीं ?
अरे वाह, चोरी और सीना जोरी ।
माँ जी, आप मेरी माँ समान हैं। मुझसे कोई गलती हुयी है तो बेशक डाँटिये फटकारिये मगर मेरी गलती तो बताइये ।