स्वाभिमान - लघुकथा - 3

  • 6.9k
  • 1
  • 2k

तो भाइयों और बहनों आप बिलकुल बेफिकर हो जाइये। आपका प्रिय नेता आपकी सरकार है न जन्म से लेकर मृत्यु तक हर चीज का जिम्मा मेरा। कहते हुए तालियों की गड़गड़ाहट के बीच प्रदेश के सर्व प्रिय नेता ने सिर के ऊपर ले जाकर अपने हाथ जोड़ लिये और अपना भाषण समाप्त किया।