धन्ना सेठ हद के कंजूस हैं। उनका इकलौता बेटा सख़्त बीमार पड़ता है तो एक पीर बाबा का कहते हैं कि उसे गरीबों को भोजन कराना होगा। मगर धन्ना सेठ अपनी कंजूसी के चलते.....