मित्रो, मैं आलोक फोगाट, एक बड़ी ही मार्मिक कहानी लेकर उपस्थित हुआ हूँ, जो निश्चित ही आप को भावुक कर देगी यह घर-घर की कहानी है, जिसमें एक बच्ची स्कूल पास करने के बाद कुछ बनने के सपने देखती है, उसके लिए गरीब माँ बाप कैसे पूंजी जुटाते हैं फिर एक अजनबी का उनके लिए देवता बनकर आना आशा करता हूँ, आप इसे जरूर सराहेंगे धन्यवाद