मिस्टर सेठ को सारी हिन्दुस्तानी वस्तुओं से नफ़रत थी होली के दिन रात आठ बजे स्वदेशी के अनुरागिओं ने झूलुस निकाला और मिस्टर सेठ के घर के सामने ही विदेशी वस्तुओं की होली करने की तैयारी शुरू कर दी