ऑफिस की राजनीति में अक्सर अफवाहों का बाज़ार गर्म रहता है और इन अफवाहों की ज़्यादातर शिकार महिला कर्मी होती हैं जिन्हें अपनी बिना आधार के लाँछनों की कीमत अपने सम्मान से चुकानी पड़ती है।