आज़ादी के लड्डू

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यह कहानी आज कल के बदलते परिवेश और एक युवक के अनुभव के बारे मे हैं. यह दर्शाती है कि कैसे आज़ादी को लेकर हमारे विचारों मे परिवर्तन आया है.कहने को तो हम और जागरूक हुए हैं,मगर जो एक बालसुलभ उत्साह हुआ करता था,दुनिया के असल अनुभव मे वा मासूमियत और भोलापन, वो भावना कहीं खो गई है.