आपातकाल हमारे देश का एक काला अध्याय है जिसमे लोगों के साथ गुलामों से भी बदतर अमानुषिक व्यवहार किया गया। इसमे मैं एक देश भक्त की कहानी बता रहा हूँ, लेकिन ऐसा न जाने कितनों के साथ हुआ।