नौ महीने की उमर -
कुछ पलों का मिलना करीम को और बेचैन कर देता था. एक बार तो, जब इदा ने जाने के लिये हाथ मिलाया, तो सड़क पर ही, करीम ने इदा का हाथ, इस तरह पकड़ लिया, जैसे अब छोड़ेगा ही नहीं. इदा तब परेशान हो गयी और कहने लगी, “करीम, तुम अब मुझे बहका रहे हो.”