एक ऐसी कहानी है जिसमे लोग अपने झूठे अहम के लिए अपने ही बच्चों की खुशिओं का बलिदान कर देते हैं यहाँ तक कि अपने बच्चों का भी बलिदान करने से नहीं हिचकिचाते।