हेलो रीडर्स, ये मेरी पहली कहानी हैं .या यु कहु की मेरी अपनी कहानी इस कहानी को लिखने का मेरा मकसद किसी को अपनी तरफ आकर्षित करना नहीं बल्कि जो मेरे दिल में सैलाब अक्सर उमड़ता हैं उसको भ देने से हैं. अगर कुछ गालिया हो जाये तो माफ़ कीजियेगा पर आपको ये कहानी पसंद जरूर आएगी इतना म जरूर कह सकती हु. अब शुरू करते हैं शुरू से....... कहानी की नायिका का नाम हैं ----- कनिका कनिका का जनम १९९५ में हुआ था ... एक भोत ही नार्मल सी फॅमिली मिडिल क्लास लोग जिसमे उसकी माँ , उसके पापा
नए एपिसोड्स : : Every Tuesday
जिंदगी कुछ हसीं कुछ ग़मगीन - 1
हेलो रीडर्स, ये मेरी पहली कहानी हैं .या यु कहु की मेरी अपनी कहानी इस कहानी को लिखने मेरा मकसद किसी को अपनी तरफ आकर्षित करना नहीं बल्कि जो मेरे दिल में सैलाब अक्सर उमड़ता हैं उसको भ देने से हैं. अगर कुछ गालिया हो जाये तो माफ़ कीजियेगा पर आपको ये कहानी पसंद जरूर आएगी इतना म जरूर कह सकती हु. अब शुरू करते हैं शुरू से....... कहानी की नायिका का नाम हैं ----- कनिका कनिका का जनम १९९५ में हुआ था ... एक भोत ही नार्मल सी फॅमिली मिडिल क्लास लोग जिसमे उसकी माँ , उसके पापा ...और पढ़े
जिंदगी कुछ हसीं कुछ ग़मगीन - 2
पिछले अंक मैं आपने पढ़ा कैसे कनिका इतनी डर गयी...अब क्या होगा अब पढ़िए aage माँ को पता चल था की मां मेरे साथ गलत काम करते हैं मैं भोत ज्यादा डर गयी की अब पापा को पताचलेगा तो पापा तो मुझे मार ही डालेगे/// पर माँ ने ऐसा कुछ भी नहीं किया उन्होंने पापा को कुछ भी नहीं बताया बल्कि उन्होंने पापा के दोस्त जो हमारे घर आते थे उन्हें सब कुछ बताया क्योकि वही थे जो सब समज़ते थे वो सिर्फ पापा क दोस्त नहीं हम सबके गाइड भी थे जो हमें सिखाते थे जब हमारे अपने ...और पढ़े
जिंदगी कुछ हसीं कुछ ग़मगीन - 3
पिछले अंक में आपने पढ़ा की कैसे इतनी मुश्किलों का सामना कर क भी कनिका का पूरा परिवार साथ हुआ था और इसमें जिसने सबसे ज्यादा साथ दिया वो थे अंकल जी ..........अब आगे कनिका का परिवार धीरे धीरे साडी मुश्किलें उठाकर आगे बढ़ रहा था ... धीरे धीरे उन्होंने खुद को संभालना सीख लिया था अब तक कनिका भी अपने यौवन की देहलीज़ पर कदम रख चुकी थी और ये उसे तब पता चला जब वो अपने ही टूशन में आने वाल्के एक लड़के को पसंद करने लगी / तरुण वर्मा ---- है यही नाम था उसका तरुण ...और पढ़े