मेघना ने ध्यान दिया कि सुबह से ही घर पर तैयारियां चल रही है। कल देर रात तक भी अभिषेक वैभव और मम्मी पापा किसी विशेष चर्चा में व्यस्त थे पर मेघना को समझ नहीं आया कि क्या बात है? और वह अपने गम में इतनी डूबी हुई थी कि उसने जानने की कोशिश भी नहीं की। शाम को कुछ लोग घर आए और अभिषेक ने उनका गर्म जोशी से उनका स्वागत किया। "मां के कहने पर वह चाय नाश्ते का प्रबंध करने लगी। उसने सोचा कि शायद वैभव के लिए कोई रिश्ता आया है पर यह उसकी गलतफहमी थी जोकि जल्दी ही खत्म हो गई। "आओ मेघना इनसे मिलो!" अभिषेक ने उन लोगों के साथ आए एक युवक का परिचय कराया। " मेघना यह मेरे बचपन का दोस्त है सौरभ अभी कुछ ही दिन हुए कनाडा से लौटा है और अब यही मुंबई में ही रहेगा , और यह सौरभ के मौसी जी मौसा जी है!" अभिषेक बोला!

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आठवां वचन ( एक वादा खुद से) - 1

मेघना ने ध्यान दिया कि सुबह से ही घर पर तैयारियां चल रही है। कल देर रात तक भी वैभव और मम्मी पापा किसी विशेष चर्चा में व्यस्त थे पर मेघना को समझ नहीं आया कि क्या बात है? और वह अपने गम में इतनी डूबी हुई थी कि उसने जानने की कोशिश भी नहीं की। शाम को कुछ लोग घर आए और अभिषेक ने उनका गर्म जोशी से उनका स्वागत किया। "मां के कहने पर वह चाय नाश्ते का प्रबंध करने लगी। उसने सोचा कि शायद वैभव के लिए कोई रिश्ता आया है पर यह उसकी गलतफहमी थी ...और पढ़े

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आठवां वचन ( एक वादा खुद से) - 2

सौरभ और उसके मम्मी पापा के जाने के बाद अभिषेक अपने कमरे में आया। मेघना फर्श पर बैठी घुटनों सिर दिए रो रही थी। "यह क्या हो गया है अभिषेक को? कैसा पागलपन सवार हो गया है इनके दिमाग पर ?क्या करना चाहते हैं ? वह ऐसा नहीं कर सकते? मैं अभिषेक के अलावा किसी और के बारे में सोच भी नहीं सकती...! नहीं नहीं कभी नहीं ....! मैं उनकी बात नहीं मानूंगी बिल्कुल नहीं मानूंगी...! हर समय सिर्फ अपनी मर्जी चलाते हैं। बड़े हैं तो क्या हर समय मुझे इसी तरीके से अपने हिसाब से चलाते रहेंगे...!" मेघना ...और पढ़े

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आठवां वचन ( एक वादा खुद से) - 3

"अगर मेरी जगह मेघना और मेघना की जगह मै होता तब भी तुम यही कहती माँ। तब क्या तुम नहीं मनाती नई जिंदगी की शुरुआत करने के लिए फिर मेघना क्यों नहीं? "अभिषेक बोला तो संगीता ने भरी आंखों से उसकी तरफ देखा।"वह क्यों काटे अपनी जिंदगी दुख के साथ में उसे दुखी नहीं देख सकता और शायद आप भी नहीं देख सकती।" अभिषेक बोला। संगीता की आंखों में रुके आंसू गालों पर फैल गये।"सिर्फ इसलिए उसे दुख और दर्द भरी जिंदगी जीने के लिए मजबूर कर दें क्योंकि वह औरत है आपकी बेटी नहीं आपकी बहू है! अभिषेक ...और पढ़े

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आठवां वचन ( एक वादा खुद से) - 4

एक साल पहले मेघना इस घर में ब्याह कर आई थी। अभिषेक की पत्नी बनकर। मन में एक नई और आंखों में ढेर सारे सपने लिए। अभिषेक के मम्मी पापा उसकी बुआ के दूर के रिश्तेदार थे। बुआ की बेटी रिंकी दीदी की शादी में उन्होंने मेघना को देखा और जाना था। उसकी बुआ की बेटी रिंकी की शादी थी। मेघना अपने मम्मी-पापा के साथ वहां आई थी और वहीं पर अभिषेक के मम्मी पापा और अभिषेक भी आया था। संगीत के फंक्शन में जब मेघना ने एक खूबसूरत डांस किया तो अभिषेक के मम्मी पापा के साथ साथ ...और पढ़े

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