चंद्रगुप्त - तृतिय - अंक - 26

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चंद्रगुप्त - तृतिय - अंक - 26 मगध में नन्द की रंगशाला - सुवासिनी के पास नन्द आता है और कुछ देर के लिए आराम करने हेतु उससे बातचीत करने लगता है - सुवासिनी द्राक्षासव लेकर आती है और उन्मादक गान गाती है... पढ़िए, चंद्रगुप्त - तृतिय - अंक - 26.