सरल और सुबोध भाषा में प्रेम की अतिसुन्दर परिभाषा है - नेहा नेहा किसी व्यक्ति-विशेष की नहीं बल्कि हर उस मन की भावनाओं का दर्पण है जिसके मन में प्रेम का सागर लहराता है प्रेम को अपने शब्दों में परिभाषित करने का मैंने एक छोटा सा प्रयास किया है अपने इस प्रयास में मैं कहाँ तक सफल हुआ हूँ,यह मैं सुधी पाठकों पर छोड़ता हूँ आशा है मेरा यह छोटा सा प्रयास पाठकों को रुचिकर प्रतीत होगा