मरीज़-ए-इश्क़

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इस पुस्तक में मेरे द्वारा लिखी गई 50 से अधिक शायरी संग्रहित हैं। उम्मीद करता हूँ पाठकों को पसंद आयेंगीं । अपने जीवन में आये तमाम उतार चढ़ावों को बयां करती एक एक शायरी अलग अलग परिस्थितयों में जी रहे प्रेमियों को प्रभवित करने का प्रयाश करती हैं । पाठकों से निवेदन करता हूँ की प्रेम करें पर इतना ख्याल रखें शायरी दिल बहलाने के लिए है दिल को चोट पहुंचाने के नही है ।तमाम शायरों की शायरी पढ़ी और पाया शायारी दिल की जुबान होती है । इसलिये चाहता हूँ कि मेरी शायरी दिल जोड़ने का काम करे तोड़ने का नही । आप लोग पढ़ें और मस्त रहें ….. ..