देह के दायरे - 31 करुणा के चित्र को बनाकर पंकज जन गया था की वह भी उसको कही न कही प्यार करती है - पंकज को देखकर करुणा उसके साथ बात करने हेतु आई - पंकज ने हाथ पकड़कर करुणा को चूम लिया पढ़िए आगे की कहानी देह के दायरे - 31